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Why Direct Selling Very Negative Industry ? डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री सबसे ज्यादा निगेटिविटी से क्यूँ भरा हुआ है ? यह है मुख्या कारण

Why Direct Selling Very Negative Industry ? आज के इस लेख में मैं आप सभी को बताऊंगा कि डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में इतनी नेगेटिविटी क्यों है ?

डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का फ्यूचर क्या है ?

इस बिजनेस की सच्चाई क्या है ?

लोग इस बिजनेस के बारे में बताने से क्यों डरते हैं ?

लोग इस बिजनेस में काम करना क्यों नहीं चाहते हैं ?

आखिर डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में इतनी नेगेटिव ही क्यों है ?

आखिर इसका वजह क्या है ?

Why Direct Selling Very Negative Industry-min

मैं आप सभी को समझने के लिए यह बता दूँ कि डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस आने वाले समय का सबसे बड़ा बिजनेस है।

अगर आज आप दूसरी कंट्री को देखेंगे तो आपको यह समझ में आएगा कि वह कंट्री आखिर इतने डिवेलप क्यों है ?

तो उन सारी कंट्री में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस का सबसे ज्यादा प्रायोरिटी दी जाती है।

क्योंकि डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस लोगों का बिजनेस है और जब तक इस दुनिया में लोग रहेंगे तब तक यह बिजनेस चलेगा।

क्योंकि यह बिजनेस तो लोगों पर डिपेंड है जब तक लोग नहाते रहेंगे ,कपड़े पहनते रहेंगे और खाते रहेंगे तब तक यह डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस चलता रहेगा।

इंडिया में तो कुछ लोग डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस को फसने और फसाने वाला काम बोलते हैं।

और कुछ लोग यह भी मानते हैं कि जिनके पास कोई भी काम नहीं है करने के लिए उन लोगों के लिए यह काम है तो मैं उन लोगों की बातों से सहमत हूं।

लेकिन यह भी बता दूँ कि वह लोग इस बिजनेस के बारे में ऐसा सिर्फ इसलिए बोलते हैं क्योंकि उनको अभी तक इस बिजनेस के बारे में नॉलेज नहीं है।

इस दुनिया के अंदर कुछ ऐसे भी काम है जो लोगों को आसानी से समझ में नहीं आता है।

इसको मैं आप सभी को एक छोटा सा उदाहरण के माध्यम से समझाना चाहूंगा।

जैसे कि आप यह समझें की आप दिनभर फेसबुक व्हाट्सएप इतना ज्यादा यूज करते हैं लेकिन इसके लिए आपसे एक भी रुपए नहीं लिया जाता है तो आप यह सोचिए कि जब आपसे एक भी रुपए नहीं लिया जाता है तो आप यह सोचिए कि फेसबुक वाले की कमाई कैसे होती है ?

जबकि फेसबुक दुनिया का Top 10 बिजनेस में आता है कमाई के मामले में।

कुछ लोग यह सोचते हैं कि अगर फेसबुक हमसे पैसा नहीं लेता है तो वह कमाता कैसे हैं ?

और कुछ लोग यह सोचते हैं कि पता नहीं फेसबुक वाले की कमाई होती है या नहीं ?

और कुछ लोग यह कहते हैं कि जो डाटा हम फेसबुक चलाते समय यूज करते हैं उससे फेसबुक पैसा कमाता है।

लेकिन डाटा का पैसा तो सिम वाले को जाता है जिस का सिम को आप यूज करते हैं चाहे वह Jio हो या एयरटेल हो।

बहुत लोग ऐसे भी हैं जो ना तो यह जानते हैं ना यह जानना चाहते हैं कि फेसबुक वाले की कमाई कैसे होती है ?

लेकिन सबसे पहले तो आपको यह जानना जरूरी है कि कोई भी इंडस्ट्री कैसे चलती है और कैसे बनती है ?

तो मैं आप सभी को यह बता दूँ कि किसी भी इंडस्ट्री को चलने के लिए 4 पेज से गुजर ना होता है।

Why Direct Selling Very Negative Industry

महत्वपूर्ण बिन्दू

1. Negative Phase

आज डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री नेगेटिव फेज में है यह नेगेटिव फेज हर नई इंडस्ट्री को झेलना पड़ता है।

क्योंकि जब भी मार्केट में कोई नया बिजनेस आता है तो लोग उस बिजनेस को सही ढंग से समझ नहीं पाते हैं और उस इंडस्ट्री को इग्नोर कर देते हैं यानी कि अनदेखा कर देते हैं।

जैसे टेलीकॉम इंडस्ट्री के साथ हुआ।

इंश्योरेंस सेक्टर के साथ हुआ।

बैंकिंग सेक्टर के साथ हुआ।

पहले ना तो लोग बैंक में पैसा जमा करते थे और ना ही इंश्योरेंस लेते थे।

क्योंकि उस समय यह इंडस्ट्री नई थी और लोग डरते थे क्योंकि उस टाइम किसी को किसी पर भी भरोसा नहीं था।

लेकिन आज के समय में देखा जाए तो यही वह इंडस्ट्री है जिसके बिना किसी राज्य का कल्पना करना असंभव है।

और ऐसे ही जब नया-नया प्लास्टिक इंडस्ट्री शुरू हुआ तो लगभग 95% लोग इंकार कर दिए।

यह कहकर कि यह प्लास्टिक का इंडस्ट्री नहीं चलेगा क्योंकि यह पॉसिबल ही नहीं है।

लेकिन उस समय भी सिर्फ 5% लोगों को विश्वास था और आज वही 5% लोग दुनिया में सबसे आगे हैं।

अगर देखा जाए तो आज के समय में हर चीज प्लास्टिक का हो गया है।

टेबल हो या कुर्सी या कोई खिलौना हो या कोई फ्रेम हो यहां तक कि आज के जमाने में दरवाजे भी प्लास्टिक के आ रहे हैं।

जो आज से लगभग 21 से 22 साल पहले कोई सोचा भी नहीं था।

आज डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस नेगेटिव फेज में है इसीलिए इतनी नेगेटिविटी है।

यह हर रोज पॉजिटिव फेज में बढ़ता जा रहा है नेगेटिव फेज में होने के बावजूद भी यह डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने बहुत सारे लोगों की जिंदगी बदल दी है।

2. Positive phase

यह वह टाइम होता है जब लोगों का पॉजिटिव सोच इंडस्ट्री के ऊपर बढ़ने लगता है।

क्योंकि वह लोग अपने आस पास में रिजल्ट देख रहे होते हैं और जो लोग उस समय डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में अपना इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे होते हैं अनदेखा कर रहे होते है तो रिजल्ट देने देखने के बाद वह भी इंटरेस्ट लेने लगते हैं।

और नेटवर्क मार्केटिंग का काफिला और भी ज्यादा बढ़ने लगता है क्योंकि लोगों के अंदर ज्यादा से ज्यादा इंटरेस्ट पैदा होने लगता है।

जिस तरह से इंश्योरेंस इंडस्ट्री और बैंकिंग इंडस्ट्री के अंदर हुआ था।

लोगों को बैंकिंग इंडस्ट्री का वैल्यू तब पता चला होगा जब लोगों को उनका पैसा अपने ही घर में सुरक्षित नहीं रहा होगा।

और उसी तरह से इंश्योरेंस का वैल्यू लोगों को तब पता चला होगा जब किसी का एक्सीडेंट होने के बाद उसके घर वाले को पैसा मिला होगा।

3. Growth phase

जब लोगों को एक बार किसी भी इंडस्ट्री पर भरोसा होने लगता है तो उस इंडस्ट्री की ग्रोथ बहुत ही तेजी से बढ़ने लगती है।

क्योंकि ऐसे फेज में लोगों को ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं पड़ती है।

और जब तक कोई भी कंपनी ग्रोथ फेज में नहीं आती है तब तक लोग उस कंपनी के साथ जुड़ना नहीं चाहते हैं।

और जैसे ही कोई कंपनी ग्रोथ फेज में एंटर करती है वैसे ही लोग उस कंपनी के साथ ऑटोमेटिक जुड़ जाते हैं और काम करना शुरू कर देते हैं ।

4. Competition phase

हर एक इंडस्ट्री के अंदर कभी ना कभी एक ऐसा फेज आता है जब कंपटीशन बढ़ने लगता है।

इंडस्ट्री और उस कंपनी के ग्रोथ को देखकर ज्यादातर लोग उस कंपनी में जुड़ जाते हैं और काम करना शुरू कर देते हैं।

ज्यादातर लोग ज्यादा प्रॉफिट के चक्कर में आकर कंपटीशन करने लगते हैं।

यानी कि उस इंडस्ट्री में कंपटीशन होने लगता है चाहे वह कोई भी सेक्टर हो।

या टेलीकॉम सेक्टर हो या बैंकिंग सेक्टर हो या कोई ऑनलाइन शॉपिंग हो।

आज के समय में तो हर एक सेक्टर में हाई लेवल कंपटीशन है।

यह टाइम आप सभी लोगों के लिए बहुत ही अच्छा टाइम है डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को जानने के लिए समझने के लिए और इसे करने के लिए।

आज तक के समय में जितना भी हुआ है उसको देखते हुए फिक्की ने यह डिक्लेअर किया है कि डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस 2025 तक 645 अरब तक की हो जाएगी।

आपको इस बात को जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि जापान ,कोरिया, ऑस्ट्रेलिया ,अमेरिका और सिंगापुर,

जैसे बहुत बड़ी बड़ी डेवलप कंट्री ने डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस को काफी हद तक अपना लिया है और वहां के सिटीजन बहुत ही जागरूक है।

बदलाव के बीना तरक्की नहीं की जा सकती है और जो लोग अपने सोचने की तरीका नहीं बदल पाते हैं वह लोग अपनी जिंदगी में कुछ भी नहीं बदल पाते हैं।

नोकिया, कोडक जैसी बड़ी बड़ी कंपनियां चलाने वाले लोग भी अपने सोचने का तरीका नहीं बदल पाए।

इसलिए वह अपने बहुत ही अच्छा शुरूआत के बाद भी अपने वक्त के साथ इतिहास का हिस्सा बन गए हैं।

इन सारी बातो से मैं आप सभी को यही समझाना चाह रहा हूं कि बदलाव ही प्रकृति का नियम है इस दुनिया में हर चीज का बदलना तय है।

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आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

admin

Kritika Parate | Blogger | YouTuber,Hello Guys, मेरा नाम Kritika Parate हैं । मैं एक ब्लॉगर और youtuber हूं । मेरा दो YouTube चैनल है । एक Kritika Parate जिस पर एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं और दूसरा AG Digital World यह मेरा एक नया चैनल है जिस पर मैं लोगों को ब्लॉगिंग और यूट्यूब के बारे में सिखाता हूं, कि कैसे कोई व्यक्ति जीरो से शुरुआत करके एक अच्छा खासा यूट्यूब चैनल और वेबसाइट बना सकता है ।Thanks.

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